युवा कॉंग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन भण्डारी द्वारा कांग्रेस भवन देहरादून में एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया गया जिसमें उन्होंने उत्तराखण्ड अधीनस्थ चयन आयोग द्वारा करवाई जा रही राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के विभिन्न पदों पर आयोजित की जा रही परीक्षा में गंभीर धांधली के आरोप लगाए। आपको बता दें कि राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग सदस्य के कुल 13 रिक्त पदों पर 6 और 7 अप्रैल को परीक्षा करवाई गई थी 25 जून से 28 जून, 2024 तक लिखित परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों के साक्षात्कार परीक्षा संपादित की गई थी। इसके बाद जो अंतिम सूची उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा जारी की गयी है उसमें उसमें स्पष्ट अपारदर्शिता है और गंभीर धाँधली होने की संभावना है। मैं आपका ध्यान निम्नलिखित बातों की और खींचना चाहता हूँ,
पहला यह कि सदस्य जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के सामान्य वर्ग में 4 सदस्यों के लिए के रिक्त पद के सापेक्ष 8 अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई है जबकि अन्य पदों पर जारी की गई सूची पदों की कुल संख्या के बराबर ही है।
दूसरा यह कि गई जिन अभ्यर्थियों ने एक से अधिक पदों पर अपना आवेदन किया था उनका एक ही साक्षात्कार लिया गया था लेकिन परिणाम में उन्हें अलग-अलग पदों पर अलग-अलग नंबर दिए गए ।
मोहन भंडारी ने आगे कहा कि, इस सम्पूर्ण को परीक्षा प्रक्रिया में स्पष्ट अपारदर्शिता दिखाई देती है जिससे कि कुछ खास अभ्यर्थियों को फायदा पहुंचाया जा सके। हम सरकार से मांग करते हैं कि सम्पूर्ण भर्ती प्रक्रिया को निरस्त किया जाये और उच्च स्तरीय जांच की जाए।
इस प्रेस वार्ता में प्रदेश महासचिव गौरव सागर, उदित थपलियाल, मनोज राम, नमन शर्मा, हरीश जोशी, हरजीत सिंह, वैशाली पाल मौजूद रहे।