प्रेमनगर कांग्रेस कमेटी ने छावनी परिषद,गढ़ी कैंट प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाते हुए मुख्य अधिशासी अधिकारी हरेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा।
कमेटी ने कहा कि क्षेत्र की मूलभूत सुविधाएँ पूरी तरह चरमराई हुई हैं और परिषद केवल दावे करती है, धरातल पर हालात जस के तस हैं।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सफाई व्यवस्था बदहाल है। सड़कों, गलियों और पार्कों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है और डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण योजना भी विफल साबित हो रही है। स्कूलों व पार्कों के पास सफ़ाई कर्मचारियों द्वारा कूड़ा एकत्र कर कूड़ेदान बना दिया गया है जिससे वातावरण अस्वच्छ बना रहता है।
कमेटी ने फॉगिंग व्यवस्था को भी पूरी तरह फेल बताया। आरोप लगाया गया कि छावनी परिषद द्वारा छिड़काव का कार्य भी सिर्फ कागज़ों में सीमित है मच्छरों का प्रकोप जस का तस बना हुआ है। वहीं, क्षेत्र की अनेक स्ट्रीट लाइटें लंबे समय से खराब पड़ी हैं, जिसके चलते दुर्घटनाएँ बढ़ रही हैं।
कांग्रेस ने छावनी परिषद द्वारा कुछ प्राइवेट कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। ज्ञापन में कहा गया कि कर्मचारियों को वेतन तो मिल रहा है लेकिन वे नामित सदस्य के घर और राजनीतिक कार्यालयों में निजी कार्य करते पाए जाते हैं। इसके साथ ही परिषद की संपत्ति में भाजपा कार्यालय संचालित होने पर भी कांग्रेस ने कड़ा ऐतराज जताया और इस पर स्पष्टीकरण मांगा।
इसके अलावा आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या को लेकर भी कांग्रेस ने गंभीर चिंता जताई और परिषद प्रशासन से तत्काल ठोस कार्रवाई करने की मांग रखी। कमेटी ने कहा कि यदि समस्याओं का समय पर समाधान नहीं किया गया तो क्षेत्रवासी आंदोलन को बाध्य होंगे।
इस मौके पर प्रेमनगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहित ग्रोवर, राजीव पुंज, जितेंद्र तनेजा, सुमित खन्ना, दीवान बिष्ट, आशीष देसाई, कैलाश वाल्मीकि, राजेश बाली, गोविंद बिष्ट, कुलदीप नरूला, सुनील कुमार, राहुल तलवार, लकी राणा, हरप्रीत सिंह, अजब सिंह, भट्टाराई, रविंदर सिंह रैना, कार्तिक बिरला, प्रवीण आदि मौजूद रहे।